राजपूत
समुद्र का कुछ भाग सुख जाने से ना उसकी गहराई कम होती है और ना ही उसकी विशालता । बाकी जो पानी के खड्डे में से जितनी जल्दी समुद्र बनते है उनको सूखने में भी इतना ही समय लगता है ।
यही परिस्थिति आज के समय मे राजपूतो की है । भले ही उनका एक हिस्सा सत्ता और सम्पति सूखकर खत्म हो गए है लेकिन फिर भी उनकी वीरता, खुमारी, दातारि, धर्म परायणता कभी भी कम नही हुई । बाकी जो आज सत्ता और सम्पति के जोर से बड़े बन गए है वो कभी भी सागर जितने विशाल और गहरे नही बन पायेंगे । क्योंकि ये सब के लिए सालों तक तपस्या करनी पड़ती है जो इनके बस की बात नही है ।
यही परिस्थिति आज के समय मे राजपूतो की है । भले ही उनका एक हिस्सा सत्ता और सम्पति सूखकर खत्म हो गए है लेकिन फिर भी उनकी वीरता, खुमारी, दातारि, धर्म परायणता कभी भी कम नही हुई । बाकी जो आज सत्ता और सम्पति के जोर से बड़े बन गए है वो कभी भी सागर जितने विशाल और गहरे नही बन पायेंगे । क्योंकि ये सब के लिए सालों तक तपस्या करनी पड़ती है जो इनके बस की बात नही है ।
। वीर ।
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