Saturday, October 26, 2013




आरंभ है प्रचंड, बोले मस्तकों के झुंड
आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो
आन बाण शान या कि जान का हो दान
आज एक धनुष के बाण पे उतार दो
आरंभ है प्रचंड..

मन करे सो प्राण दे, जो मन करे सो प्राण ले
वोही तो एक सर्वशक्तिमान है
कृष्ण की पुकार है ये भागवत का सार है
कि युद्ध ही तो वीर का प्रमाण है
कौरोवों की भीड़ को या पांडवों का नीड़ हो
जो लड़ सका है वो ही तो महान है
जीत की हवस नहीं किसी पे कोई वश नहीं
क्या ज़िन्दगी है ठोकरों पे मार दो
मौत अंत है नहीं तो मौत से भी क्यूँ डरें
ये जा के आसमान में दहाड़ दो
आरंभ है प्रचंड..

वो दया भाव या कि शौर्य का चुनाव
या कि हार का वो घाव तुम ये सोच लो
या की पुरे भाल पे जला रहे विजय का लाल
लाल यह गुलाल तुम ये सोच लो
रंग केशरी हो या मृदंग केशरी हो
या कि केशरी हो ताल तुम ये सोच लो
जिस कवि की कल्पना में ज़िन्दगी हो प्रेम गीत
उस कवि को आज तुम नकार दो
भीगती मासों में आज फूलती रगों में आज
आग की लपट का तुम बघार दो
आरंभ है प्रचंड..

Saturday, April 20, 2013







LAGE APNE DIL PE UN JAKHMO KO KAISE BHAREGI VO,
ANCHAL ME PALNE VALO NE HO AAJ FADA HE ANCHAL MAKA,

VAQT AA CHUKA HE AB AAN BACHANE USKI,
JAN CHAHE LENI PADE,RAKT BAHAKAR DAG DHONE PADE,

SAR KI HO MALA USKO ARPAN AB,
CHAHE APNE HO YA DUSMANO KO KATNE PADE,

BAE BAHOT HO CHUKI OR BAHOT SE JULUS NIKAL CHUKE,
RAN SANGRAM ME SHANKHNAD AB KARNE HOGE,

LAJ BACHANE MAAT KI FIR KURUKSHETRA ME,
APNO KE HI SAR KUCHANE HOGE.....


NA KOI KRISHNA AYEGA IS BAR...NA KOI GEETA HOGI AB....
KHUD KO JAGAKAR JUNG KA ELAN KARNA HOGA...LAAJ BACHANE BHARTI KI DOSTO,
HAME AB KUCH KARNA HOGA......JAY HIND ....JAY KRANTI........

Saturday, April 13, 2013

YUHI JINDAGI KUCH NAHI DETI HE.....BAHUT JYADA GAVANA PADATA HE BAHUT KAM PPANE K LIYE........----VeeR------

Tuesday, July 24, 2012

 
किसी को खंजर ने, किसी को talvar ने मारा,
किसी को खुदा की खुदाई ने मारा,
सब को सब के गम ने मारा,
मगर mujko ए दोस्त तेरी जुदाई ने मारा

Thursday, October 13, 2011

Sharfaroshi ki tamanna ab hamare dil me hai.......

शहीदी शरफ़रोशों की बेकार न जाने पाये ये युवा,भले न लगे उनकी माजरो पर मेले ,याद उनकी दिलो से न जाने पाये,खुशिया ओर जवानी,इश्क़ भी कर दिया कुर्बान वतन पे,अपने खून से खेली होली,ओर खाई गोलीय दिवाली पे,उस खून का एक भी कटरा बेकार मे बह न जाने पाये,शहीदी शरफओशो की बेकार न जाने पाये ये युवा,जब बन रहा था कोई आईएएस ओर अडवोकेट,केरिएर अपने वो डाव पर लगा रहे थे,छोड़ कर आफ्नो से नाते सारे,चले थे होने कुर्बान वतन पे,उस कुर्बानियो के दमन पे दाग न लग जाने पाये,शहीदी शरफ़रोशों की बेकार न जाने पाये ये युवा,भले न लगे मेले उनकी मजारों पर,याद उनकी दिलो से न जाने पाये......जय हिन्द

Kurabaniya..............














रंग देंगे तुजे कुरबानियों के लहू से ए भारती,ठनकार बात ये दिल मे निकले है हम शान से,न अनशन,न आंदोलन,अब जो होगा,वो होगा तलवार की धार से,काटेंगे सर दुश्मनो के,बहेगी नदिया खून की दो धार से,रंग देंगे तुजे कुरबानियों के लहू से ए भारती,हो दुश्मन कोई भी चाहे,निकले है शिना तन के,अब न जुल्म सहेना है,न अब जुकाकर जीना है,सर चढ़ने टूज पर ए माँ ,निकले है हम आन से,जला देंगे संसद ओर सिस्टम जो तेरे दमन पे दाग लगाए,सींचकर लहू अपना धो देंगे तेरे दमन को,लाएँगे फिर से बाहर हम जी जन से,रंग देंगे तुजे क्रबानियों के लहू से ए भारती,ठनकार बात ये दिल मे निकले है हम शान से,
(वीर)

Anshan kab tak.........?????????

आंधी अनशन की क्रांति लेकर आएगी,यही मीठे ख्वाबो मे फिर जनता सोएगी,न अन्न पर न उनकी नियत पर शक है ,पर क्या लोकपाल की हवा बाहर लेकर आएगी..??,कुछ अससा करने की ख्वाफिश मे बने है कई कानून यहा,पर कुछ समय बाद फिर से वही धमाल मचेगी,सतधारी लोग इस्तेमाल करते है कानून का,विरोध पक्ष की इस बात पर तो परीक्षा होगी कानून की,एनजीओ या काग या फिर सीबीआई सब पर शक है यहा,तो क्या लोकपाल इसमे से बकत रेह पाएगा,सदी हुई सिस्टम रूपी पेड़ पे कानून रूपी दवाई कब तक लगेंगे हम,पर क्या उस सिस्टम को उखाड़ फेंकने ओर नया पेड़ को न सादे उसके लिए कोई लड़ी होगी..।
(वीर)

મોદીજી અને વૈચારિક વિકાસ..

હમણાં રથયાત્રા નિમિતે બંધોબસ્ત માં આવેલા આર્મી ના જવાનો નું અભૂતપૂર્વ સ્વાગત કરવામાં આવ્યું.. મારી જાણ મુજબ કદાચ લોકો માં પહેલા સૈન્ય પ્રત...