Thursday, September 6, 2018

Gandhi ane Saval

एक प्रश्न बार बार उठ रहा है कि आखिर गांधी ऐसा कोनसा बख्तर पहना था जो अंग्रेज उन्हें एक लाठी तक नही मार सके ????
40 लाख बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ आज मोदीजी की सरकार ने आवाज उठाई और उन्हें देश से बाहर निकालने की बात की है । आप जानते है कि पूरा देश आज मोदीजी के साथ है उनकी इस बात पर यू कहिये की मोदीजी देश का चहेरा है । अब आप सोच लो कि इन घुसपैठियों में से कोई एक बांग्लादेशी अगर आज मोदीजी को मार देता है तो उन 40 लाख बांग्लादेशी घुसपैठियों का क्या हश्र होगा ?? क्या एक भी बांग्लादेशी घुसपैठिया जिंदा बच पायेगा ??
गांधी देश का चहेरा था । मोदीजी के तो कुछ विरोधी भी है लेकिन गांधी का सायद कोई विरोधी नही था । वो देश का चहेरा था और देश की जनता गांधी के साथ थी । गांधी के आहवान का क्या असर है उसके लिए आप 1942 का भारत छोड़ो आंदोलन देख लीजिए । जब गांधी ने do or die का नारा दिया और उसके बाद जब गांधी के साथ कई स्वतंत्र सेनानियो को अंग्रेजो ने जेल में डाला और इसके साथ ही देश की जनता ने आंदोलन को उग्र कर दिया जिसमें हजारों लोग 13 साल के बच्चे से लेकर 70 साल के बुड्ढे शाहिद हुए और जेल गए । अब सोचो अगर अंग्रेज गांधी पर लाठी उठाते तो उन मुट्ठीभर अंग्रेजो का क्या हश्न होता ?? एक भी अंग्रेज सायद अपने देश वापस नही जा पाता और ये बात अंग्रेज अश्छि तरह से जानते थे ओर इसलिए उनमे हिम्मत ही नही थी कि गांधी को हाथ भी लगा सके ।
आज अपनी ही सरकार के बिना मतलब के टैक्स को हम ना चाहते हुई भी विरोध नही कर पाते है । लेकिन वो वक़्त था जब गांधी ने पराधीनता में भी नमक पर टैक्स ना देने के लिए लड़ाई लड़ी ओर अंग्रेजो को टैक्स नही दिया ।
आज़ादी की जंग में 1857 से लेकर 1947 तक आपना बलिदान देनेवाले हर देश भक्त को नमन के साथ आप सभी देशवासियों को स्वतंत्र पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं ।
। वीर । 15/08/2018

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