दो पहर की ये गरमी जब हमारे लिए अपने घरो मे पंखे के नीचे भी रहेना मुश्किल होता है ऐसी गरमी मे अपनी ज़िम्मेदारी ओर फर्ज पूरी निष्ठा से निभाता हुआ ये पोलिसमेन !!!! जो इस गरमी की परवाह किए बिना चौराहे पर आनेजानेवाले वाहनो को सही रास्ता दिखाता है ताकि घर से निकला किसी माँ का लाल, किसी पत्नी का सुहाग , किसी बहन का भाई ओर किसी बेटे या बेटी का पिता सहीसलामत घर पहोच शके......येही पोलिसभाई जब हमारी जल्दी की वजह से हम नियम तोड़ते है ओर निकाल ने की जल्दी मे इस भाई को 100-200 रुपैया दे देते है ओर फिर दोस्तो के साथ discuss करते है की हमारी पोलिस currupt है...लेकिन मेरा सवाल सब को ये है की क्या ये करप्शन है....??????????????? गलती हमारी ओर आरोप इन कर्तव्यनिष्ठ पोलिसभाई पर क्यू॥????????????? दूसरी बात की इनकी पगार इतनी कम होती है की बड़े शहर मे उस पगार से family को चलाना कितना मुश्किल है ये हम सब जानते है तो फिर इनके पास कोई ऑप्शन ही नहीं रहते है....... नियम हम तोड़े ओर currupt हम पोलिस फोर्स को कहे क्यू...??????????///
आपको अगर मेरी बाते सही लगती है तो इस post को इतना शेर करो की वो उन लोगो तक पहोचे जो ac रूम मे बेठकर भ्रस्ताचर करते है ओर उन सरकार तक पहोचे जो इन पोलिस फोर्स को कुछ फायदा हो ऐसे कानून बनाए........
जय हिन्द....वंदे मातरम......